(What is Quantum Computer in Hindi)
कंप्यूटर, जिसकी शुरुआत हुई एक कैलकुलेटर से फिर पर्सनल कंप्यूटर और बाद में सुपर कंप्यूटर। ,कंप्यूटर ने अपने क्रमिक विकास क्रम में कई पड़ाव पार किये हैं और हर बार एक नई ऊंचाई हासिल की है। आज तक कंप्यूटर ने जितना भी विकास किया है वो आज के क्वांटम कंप्यूटर के सामने कुछ भी नहीं है। क्वांटम कंप्यूटर ठीक ऐसे ही है जैसे आदि मानव को आदिम युग से निकाल कर आज के युग में रख देना। क्वांटम कम्प्यूटर सिर्फ़ कंप्यूटर का ही विकास नहीं है बल्कि यह मानव का आदिम युग से निकल कर भविष्य में एक ऊंची छलांग है। इस लेख में हम कंप्यूटर के विकास क्रम को जानेंगे कि ‘क्वांटम कंप्यूटर क्या है | Quantum computer in Hindi’, यह मानव जीवन को कितना आगे ले जायेगा या ले जा सकता है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा, क्वांटम कंप्यूटर एक भविष्य की तकनीक है, जो मानव सभ्यता को एक नए आयाम तक ले जाएगा।
क्वांटम कंप्यूटर मानव सभ्यता को नए आकाशगंगा और नए तारों और ग्रहों की रहस्यमई दुनिया में ले जाने में मदद करेगा साथ ही यह मानव सभ्यता को अपने सौरमंडल और पृथ्वी से दूर कहीं किसी दूसरे ग्रह पर बसने और मानव सभ्यता के इतिहास में एक और मील का पत्थर जोड़ने में भी सहायक होगा।
क्वांटम कंप्यूटिंग क्या है? | What is Quantum computing?
टेक्नोलॉजी की दुनिया में तेजी से विस्तार हो रहा है इंसानों की जगह अब मशीनें लेने लगी है एक समय ऐसा भी आया था जब कंप्यूटर के विकास में तकनीकी के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किया था अब आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स ने चिकित्सा से लेकर हथियार तक हर क्षेत्र में कंप्यूटर और रोबोट के इस्तेमाल को एक नया रूप दे दिया है आज कोई भी क्षेत्र हो चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो, चाहे स्पेस साइंस हो, सभी जगह पर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है जब से कंप्यूटर बना है तब से उसका साइज छोटा होता जा रहा है लेकिन उसके कार्य करने की क्षमता बढ़ती गयी है आपने ये चीज़ देखी होगी कि आपके मोबाइल की चिप जो आज से दस साल पहले केवल 1GB की होती थी, वहीं चिप उतनी ही साइज में आज आपको 1TB की मिल रही है इससे हम यह अंदाजा लगा सकते हैं की टेक्नोलॉजी कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है कंप्यूटर में लगातार प्रगति देखने को मिल रही है इस प्रगति के समान एक और शोध चल रहा है जिसका नाम है क्वांटम कंप्यूटर, ये पारंपरिक कंप्यूटर से बिल्कुल अलग होते हैं और विशेषज्ञों के अनुसार एक विकसित क्वांटम कंप्यूटर की क्षमता सुपर
क्वांटम कंप्यूटर ऐसी मशीनें हैं जो डेटा संग्रहीत करने और गणना करने के लिए क्वांटम भौतिकी के गुणों का उपयोग करती हैं । यह कुछ कार्यों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है जहां वे हमारे सर्वश्रेष्ठ सुपर कंप्यूटरों से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
क्लासिक कंप्यूटर, जिसमें स्मार्टफोन और लैपटॉप शामिल हैं, जानकारी को बाइनरी “बिट्स” में एन्कोड करते हैं जो या तो 0s या 1s हो सकते हैं। क्वांटम कंप्यूटर में , मेमोरी की मूल इकाई क्वांटम बिट (Quantum Bit) या क्वबिट (QBit) है।
क्वांटम (Quantum Bit) या क्वबिट (QBit) क्या है | What is Quantum Bit or QBit?
क्यूबिट भौतिक प्रणालियों का उपयोग करके बनाए जाते हैं, जैसे कि इलेक्ट्रॉन का घूमना या फोटॉन का अभिविन्यास (orientation)। ये सिस्टम एक साथ कई अलग-अलग व्यवस्थाओं में हो सकते हैं, एक संपत्ति जिसे क्वांटम सुपरपोजिशन के रूप में जाना जाता है । क्वांटम उलझाव नामक एक घटना का उपयोग करके क्यूबिट को एक साथ अटूट रूप से जोड़ा जा सकता है । नतीजा यह है कि क्वैबिट की एक श्रृंखला एक साथ विभिन्न चीजों का प्रतिनिधित्व कर सकती है।
उदाहरण के लिए, एक क्लासिक कंप्यूटर के लिए 0 और 255 के बीच किसी भी संख्या को दर्शाने के लिए आठ बिट्स पर्याप्त हैं। लेकिन क्वांटम कंप्यूटर के लिए एक ही समय में 0 और 255 के बीच प्रत्येक संख्या का प्रतिनिधित्व करने के लिए आठ बिट्स पर्याप्त हैं। ब्रह्मांड में परमाणुओं की संख्या से अधिक संख्याओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए कुछ सौ उलझे हुए क्यूबिट पर्याप्त होंगे।
क्वांटम कंप्यूटर: कंप्यूटिंग की नई क्रांति
क्वांटम कंप्यूटर प्रौद्योगिकी और विज्ञान की दुनिया में एक नया और क्रांतिकारी विकास है। ये कंप्यूटर पारंपरिक कंप्यूटरों की तुलना में बहुत तेज़ हैं और उन समस्याओं को हल करने में सक्षम होते हैं, जिन्हें आज के सुपरकंप्यूटर भी हल नहीं कर सकते। इस लेख में, हम जानेंगे कि क्वांटम कंप्यूटर क्या हैं, वे कैसे काम करते हैं और उनके उपयोग से क्या संभावनाएं हैं।
क्वांटम कंप्यूटर क्या है?
क्वांटम कंप्यूटर एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है, जो क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) के सिद्धांतों पर आधारित है। पारंपरिक कंप्यूटर जिनका उपयोग हम रोज़ करते हैं, वे जानकारी को बिट्स के रूप में प्रोसेस करते हैं, जहां हर बिट या तो 0 या 1 की स्थिति में होता है। इसके विपरीत, क्वांटम कंप्यूटर की प्रोसेसिंग यूनिट क्यूबिट्स (Qubits) होती है, जो एक ही समय में 0 और 1 दोनों स्थिति में हो सकती है, इसे सुपरपोज़िशन (Superposition) कहा जाता है।
इसके अलावा, क्यूबिट्स के बीच इंटैंगलमेंट (Entanglement) की प्रक्रिया होती है, जिससे एक क्यूबिट का प्रभाव दूसरे क्यूबिट पर पड़ता है, चाहे वे कितनी भी दूरी पर हों। यह उन्हें कई जटिल गणनाएँ एक साथ करने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे यह पारंपरिक कंप्यूटरों की तुलना में बहुत तेज़ हो जाता है।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (National Quantum Mission)क्या है?
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का लक्ष्य भारत को क्वांटम तकनीक और इसके उपयोग के क्षेत्र में अग्रणी राष्ट्र बनाना है। शरुआती दौर में भारत सरकार ने 6003 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने की योजना बनाई है, जो की आगामी 8 वर्षों (2023-24 से 2030-31) के बीच ख़र्च की जाएगी। इसी के साथ ही हम दुनियाँ के 6 देशों (अमेरिका, चीन, फ़्रांस, कनाडा, फ़िनलैंड और ऑस्ट्रिया) के साथ एलीट क्लब लिस्ट में शामिल हो जाएंगे जो क्वांटम तकनीक पे काम कर रहे हैं।
इस मिशन का लक्ष्य आगामी 8 वर्षों में इंटरमीडिएट स्केल क्वांटम कंप्यूटर को विकसित करना है, जिसकी प्रोसेसिंग पावर 50 – 1000 क्यूबिट्स की होगी। इसके जरिए 2000 KM के रेंज तक सैटेलाइट बेस्ड सेक्योर क्वांटम आधारित संचार किये जा सकेंगे और अन्य देशों के साथ भी लंबी दुरी के संचार नेटवर्क स्थापित किये जाएंगे, साथ ही मल्टी नोड क्वांटम नेटवर्क का जाल भी बिछाया जायेगा जो की क्वांटम मेमोरी आधारित होगा। इसके आलावा इससे मौसम की और भी सटीक जानकारी दी जा सकेगी। इसके अलावा राष्ट्रीय क्वांटम कार्यक्रम के तहत संचार और नेविगेशन के लिए स्वदेशी मैग्नेटोमीटर, परमाणु घड़ियों, सिंगल फोटॉन आदि के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. मिशन क्वांटम से सुपरकंडक्टर्स और सेमीकंडक्टर संरचनाओं के डिजाइन और सिंथेसिस में भी मदद मिलेगी।
क्वांटम कंप्यूटर कैसे काम करता है?
क्वांटम कंप्यूटर सुपरपोज़िशन और एंटैंगलमेंट जैसी क्वांटम मेकैनिक्स की विशेषताओं का उपयोग करता है। यह परंपरागत बाइनरी सिस्टम की बजाय क्यूबिट्स का उपयोग करता है, जिससे यह एक साथ कई गणनाएँ कर सकता है।
क्वांटम कंप्यूटर का उपयोग कहां होता है?
क्वांटम कंप्यूटर का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:
* क्रिप्टोग्राफी: अधिक सुरक्षित डेटा एन्क्रिप्शन।
* ड्रग डिस्कवरी: नई दवाओं और उनके प्रभावों का मॉडलिंग।
* मौसम पूर्वानुमान: सटीक और तेज़ भविष्यवाणियां।
* आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: बड़े डेटा सेट का तेजी से विश्लेषण।
क्वांटम कंप्यूटर और पारंपरिक कंप्यूटर में क्या अंतर है?
क्वांटम कंप्यूटर क्यूबिट्स का उपयोग करता है, जबकि पारंपरिक कंप्यूटर बाइनरी बिट्स का। क्वांटम कंप्यूटर जटिल समस्याओं को हल करने में सक्षम है, जो पारंपरिक कंप्यूटर के लिए असंभव या समय लेने वाली होती हैं।
क्वांटम कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
क्वांटम कंप्यूटर का मूल विचार रिचर्ड फाइनमैन और डेविड डॉयच ने दिया। हाल के वर्षों में Google, IBM, और अन्य कंपनियों ने व्यावसायिक क्वांटम कंप्यूटर विकसित किए हैं।
क्या क्वांटम कंप्यूटर आम लोगों के लिए उपलब्ध हैं?
फिलहाल, क्वांटम कंप्यूटर आम उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध नहीं हैं। वे मुख्यतः अनुसंधान केंद्रों और बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
क्वांटम कंप्यूटर का भविष्य क्या है?
क्वांटम कंप्यूटर का भविष्य उज्जवल है। यह चिकित्सा, साइबर सुरक्षा, पर्यावरण मॉडलिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है।
क्वांटम कंप्यूटर कितने तेज़ होते हैं?
क्वांटम कंप्यूटर पारंपरिक सुपरकंप्यूटर से भी लाखों गुना तेज़ हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, Google का Sycamore क्वांटम कंप्यूटर ने 200 सेकंड में वह समस्या हल की, जिसे सुपरकंप्यूटर के लिए 10,000 साल लगते।
क्वांटम कंप्यूटर से क्या खतरे हो सकते हैं?
क्वांटम कंप्यूटर क्रिप्टोग्राफी को तोड़ने में सक्षम हो सकते हैं, जिससे साइबर सुरक्षा खतरे में आ सकती है। इसीलिए, पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी विकसित की जा रही है।
क्वांटम कंप्यूटर आज की प्रचिलित क्रिप्टोकोर्रेंसी जैसे की बिटकॉइन आदि की क्रिप्टोग्राफी को आसानी से तोड़ सकता है और क्रिप्टोकोर्रेंसी के अस्तित्व पर ही ख़तरा बन सकता है पर अभी उसके लिए समय है।