D2M क्या है, यह कैसे काम करता है? | What is D2M, how does it work?
D2M का फुलफॉर्म होता है Direct To Mobile मतलब सीधे मोबाइल पे, आपने D2H सुना है मगर ये D2M क्या है, यह कैसे काम करता है आइये विस्तार से जानते हैं, आपके मोबाइल में जैसे FM रेडियो काम करता है D2H भी उसी से मिलती – जुलती तकनीक है, फ़ोन में लगा रिसीवर FM रेडियो फ्रीक्वेंसी को पकड़ता है और उसे रेडियो सिग्नल से डिजिटल सिग्नल के फॉर्म में और फिर ऑडियो में कन्वर्ट कर देता है और आप कहीं भी बैठे – बैठे या चलते हुए FM रेडियो का आनंद लेते हैं।
D2M तकनीक से मल्टीमीडिया कंटेंट को सीधे आपके मोबाइल तक भेजा जा सकता है वो भी बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के, जी हाँ सही सुना आपने बिना इंटरनेट के, ये तकनीक ठीक वैसे ही फ़ील कराएगी जैसा FM युग की शुरुआत में लोग महसूस करते थे, नये जनरेशन के बच्चों को तो शायद FM पे चलने वाले गानों के आनंद की अनुभूति शायद न हो पर पुराने लोगों को पता है क्या आनंद था इसका, D2M आपको बिलकुल वही फील देगा। बिना इंटरनेट कहीं भी मूवी, वीडियो इत्यादि का मज़ा।
भारत में D2M की संभावनाएं | D2M potential in India
दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications) और प्रसार भारती, भारत में एक ऐसी टेक्नोलॉजी में सम्भावनाएं तलाश रहे है जिसमे बिना इंटरनेट कनेक्शन के मल्टीमीडिया सामग्री प्रसारित की जा सकती है। इस D2M तकनीक के देश में लागु हो जाने के बाद लोग बिना इंटरनेट डाटा का प्रयोग किये भी वीडियो और अन्य मल्टीमीडिया सामग्री अपने मोबाइल पर देख सकेगें।
D2M को धरातल पे लाने के लिए दूरसंचार विभाग (DOT) ने स्पेक्ट्रम बैंड का अध्ययन के लिए एक कमेटी का गठन किया है जो की IIT कानपूर के साथ मिल कर काम करेगी।
Direct to Mobile (D2M) कैसे काम करता है? | How does D2M works?
D2M ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट का एक कॉम्बिनेशन है, जिसके प्रयोग से मोबाइल फ़ोन टेरिस्ट्रियल डिजिटल टीवी सिनल को पकड़ सकता है। मोबाइल पे FM रेडियो प्रसारण के लिए जिस तकनीक का प्रयोग होता है, D2M उसी से मिलती जुलती तकनीक है, जिस तरह फ़ोन में लगा रिसीवर रेडियो फ्रीक्वेंसी को पकड़ता है उसी तरह से D2M तकनीक से फ़ोन पर सीधे मल्टीमीडिया कंटेंट को भेजा जा सकता है।
D2M के क्या फ़ायदे हैं | Benefits of D2M
D2M का सबसे ज़्यादा फ़ायदा उन उपभोगता को होगा, जिन इलाकों में इंटरनेट की पहुंच नहीं है या लिमिटेड पहुंच है वहाँ यह मल्टीमीडिया कंटेंट प्राप्त करने में यह बहुत सहायक होगी। वे इस तकनीक से वीडियो ऑन डिमांड और OTT प्लेटफार्म को भी एक्सेस कर पाएंगे और उन्हें डेटा भी ख़र्च नहीं करना पड़ेगा।
DOT ने D2M को धरातल पे लाने के लिए स्पेक्ट्रम बैंड 526 – 582 मेगाहर्ट्ज का प्रयोग मोबाइल और ब्रॉडकास्ट सर्विसेज में समन्वय स्थापित करने के लिए रखा है। फ़िलहाल इस बैंड का प्रयोग सुचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा टीवी ट्रांसमिशन के लिए किया जा रहा है।
D2M का एक और फ़ायदा यह है कि बहुत से सोशल मीडिया एप्प्स जैसे की Facebook, Twitter, Whatsapp, Instagram आदि सब इंटरनेट से चलते है जिससे बहुत सारी फेक न्यूज़ भी प्रसारित होती है। यदि किसी आपात स्थिति में सरकार को इंटरनेट बंद करना पड़ता है तो न्यूज़, OTT और इंटरटेनमेंट न रुके और D2M के माध्यम में ये गतिविधियां चलती रहे.
D2M से बिज़नेस वर्ग को भी होगा बड़ा फ़ायदा
D2M से टेलीकॉम प्रोवाइडर्स को भी फ़ायदा होगा, जो D2M टेक्नोलॉजी से वीडियो ट्रैफिक को अपने मोबाइल नेटवर्क से ब्रॉडबैंड नेटवर्क पर अपलोड कर सकते हैं। इससे उन्हें कीमती मोबाइल स्पेक्ट्रम को बचाने में मदद मिलेगी। मोबाइल स्पेक्ट्रम की क़्वालिटी और उपयोग में सुधार होगा और बैंडविड्थ पर दवाब भी घटेगा, जिससे कॉलड्रॉप घटेगा और डाटा स्पीड बढ़ेगा।
सुचना प्रसारण मंत्रालय के सेक्रेटरी अपूर्व चंद्रा का कहना है की “D2M से ब्रॉडकास्टर्स को बड़ा फायदा होगा और उन्हें नए ऑडियंस और कस्टमर्स मिलेंगे” अभी भी देश में ब्राडकास्टिंग के कंस्यूमर्स की संख्या केवल 20 से 21 करोड़ घरों तक ही सिमित है और जिनके पास टेलीविज़न है। जो की भविष्य में बढ़ कर 100 करोड़ हो जाएगी।
D2M टेक्नोलॉजी काम कैसे करेगी?
D2M टेक्नोलॉजी ठीक उसी तरह काम करेगी जैसे अभी D2H (Direct To Home) काम कर रहा है यानि की यह टेक्नोलॉजी भी Satellite के माध्यम से ही काम करेगी तभी तो यह दूर – दराज़ के इलाकों जंगल – पहाड़ों सभी जग़ह काम करेगी।
FAQ
Q: D2M का मतलब क्या है?
Ans: D2M मतलब है, Direct To Mobile. मतलब यह है कि D2M उपग्रह से सीधे आपके मोबाइल पे कंटेंट पहुँचायेगा चाहे वो ऑडियो, वीडियो या कोई दूसरे डिजिटल फॉर्म में हो। यह टेक्नोलॉजी बहुत कुछ FM रेडियो से मिलती – जुलती टेक्नोलॉजी है जिसमें हम बिना इंटरनेट के सीधे रेडियो स्टेशन से जुड़ कर FM प्रोग्राम या गाने आदि सुनते हैं। D2M में हम उपग्रह से सीधे ऑडियो, वीडियो आदि डिजिटल कंटेंट को अपने मोबाइल पे डाउनलोड कर पाएंगे। यह एक भविष्य की तकनीक है और इस पर अभी भी काम चल रहा है।
Q: D2M टेक्नोलॉजी कब लांच होगी?
Ans: D2M एक भविष्य की तकनीक है और इस पर अभी भी काम चल रहा है, आने वाले कुछ सालों में हमें यह धरातल पे देखने को मिल सकता है। हालांकि अभी इसपर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।